लॉरेंस बिश्नोई कौन है? पूरी जानकारी

भारत में हाल के वर्षों में कई गैंगस्टर्स के नाम चर्चा में आए हैं, लेकिन लॉरेंस बिश्नोई का नाम अपराध जगत में काफी तेजी से उभरता दिखा। लॉरेंस बिश्नोई का नाम खासकर पंजाब, हरियाणा, राजस्थान और दिल्ली एनसीआर के अपराध मामलों

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Amit Gunjan

10/18/20241 min read

भारत में हाल के वर्षों में कई गैंगस्टर्स के नाम चर्चा में आए हैं, लेकिन लॉरेंस बिश्नोई का नाम अपराध जगत में काफी तेजी से उभरता दिखा। लॉरेंस बिश्नोई का नाम खासकर पंजाब, हरियाणा, राजस्थान और दिल्ली एनसीआर के अपराध मामलों से जोड़ा जाता है। इस ब्लॉग में, हम लॉरेंस बिश्नोई के जीवन, उनके गिरोह, और उन पर लगे आरोपों पर चर्चा करेंगे।
प्रारंभिक जीवन और शिक्षा

लॉरेंस बिश्नोई का जन्म 12 फरवरी 1993 को पंजाब के फाजिल्का जिले के धत्तरणवाला गांव में हुआ। उनका परिवार बिश्नोई समुदाय से है, जो अपने पर्यावरण संरक्षण के लिए जाना जाता है। पढ़ाई में उनकी शुरूआती दिलचस्पी दिखी और उन्होंने चंडीगढ़ के DAV कॉलेज से पढ़ाई की। यहीं से उनका जुड़ाव आपराधिक गतिविधियों से हुआ, और कॉलेज के दिनों में वे कई विवादों में शामिल रहे।

आपराधिक करियर की शुरुआत

लॉरेंस के जीवन में बदलाव तब आया जब उनका संपर्क कॉलेज में कुछ अपराधी प्रवृत्ति के लोगों से हुआ। धीरे-धीरे उनका रुझान आपराधिक गतिविधियों की ओर बढ़ता गया। 2010 के आसपास वे पहली बार कुछ छोटे-मोटे अपराधों में शामिल हुए। कॉलेज के समय में ही वे गिरोहों के बीच की राजनीति में फंस गए। इसके बाद, लॉरेंस ने अपने नेटवर्क को बढ़ाया और अपने आसपास के युवाओं को भी अपराध के रास्ते पर चलने के लिए प्रेरित किया।

बिश्नोई गिरोह की स्थापना

लॉरेंस बिश्नोई ने जल्द ही अपने नाम पर एक संगठित गिरोह बनाया, जिसे बिश्नोई गैंग के नाम से जाना जाता है। इस गिरोह का मुख्य काम रंगदारी, अवैध वसूली, और अपराध को अंजाम देना है। बिश्नोई गैंग के साथ कई बड़े अपराधी जुड़े हुए हैं, और यह गैंग दिल्ली, पंजाब और राजस्थान में अपनी जड़ें जमा चुका है। उनका दावा है कि वे उन लोगों के लिए अपराध करते हैं जो समाज में न्याय की कमी के शिकार होते हैं।

सलमान खान को दी गई धमकी

लॉरेंस बिश्नोई का नाम 2018 में राष्ट्रीय सुर्खियों में आया जब उन्होंने बॉलीवुड अभिनेता सलमान खान को जान से मारने की धमकी दी। दरअसल, बिश्नोई समुदाय काले हिरण को पवित्र मानता है, और सलमान खान का नाम काले हिरण के शिकार मामले में शामिल होने के कारण बिश्नोई ने यह धमकी दी थी। इस धमकी के बाद से ही वे पुलिस और मीडिया के खासे निगाहों में आ गए।

गिरोह की गतिविधियाँ और सोशल मीडिया

लॉरेंस बिश्नोई का गिरोह सोशल मीडिया पर भी काफी सक्रिय है। उनके समर्थक फेसबुक और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर बिश्नोई गैंग के नाम से पेज चलाते हैं और अपने गैंग के समर्थन में पोस्ट करते हैं। यही नहीं, उन्होंने इंटरनेट का इस्तेमाल कर कई युवा लड़कों को अपने गिरोह में शामिल किया है, जिससे उनका गैंग तेजी से बढ़ता गया।

बिश्नोई गिरोह की जेल से गतिविधियाँ

हालांकि लॉरेंस बिश्नोई जेल में बंद हैं, परंतु उनका गिरोह बाहर से संचालित होता है। उन पर आरोप है कि वे जेल से ही अपने गैंग को आदेश देते हैं और बाहर हो रहे अपराधों में शामिल रहते हैं। उनकी इस आपराधिक गतिविधियों के चलते पुलिस ने जेल में उनके संपर्क पर सख्ती भी बरती है। लेकिन उनकी पहुँच अब भी बरकरार है, जिससे उनकी गतिविधियाँ निरंतर जारी हैं।

बिश्नोई का प्रभाव और भविष्य

लॉरेंस बिश्नोई ने अपनी धमक से अपराध जगत में अपनी एक अलग पहचान बनाई है। वे एक ऐसे अपराधी हैं जिन्होंने अपने समुदाय का नाम अपराध जगत से जोड़ दिया है। पुलिस प्रशासन लगातार उन पर कड़ी नजर रखे हुए है और कई बार उनके गिरोह पर बड़े ऑपरेशन्स किए गए हैं। इसके बावजूद, बिश्नोई का गिरोह अब भी प्रभावी बना हुआ है।

निष्कर्ष

लॉरेंस बिश्नोई एक ऐसे अपराधी हैं, जिन्होंने अपनी आपराधिक छवि से मीडिया और लोगों का ध्यान खींचा है। उनके गिरोह की गतिविधियाँ कानून व्यवस्था के लिए एक बड़ी चुनौती बनी हुई हैं। हालांकि पुलिस उनकी गतिविधियों पर रोक लगाने का प्रयास कर रही है, लेकिन वे नए-नए तरीकों से अपराध को अंजाम देने में सक्षम रहे हैं। लॉरेंस बिश्नोई का भविष्य क्या होगा, यह समय ही बताएगा, लेकिन वे अपराध की दुनिया में लंबे समय तक याद किए जाने वाले नाम बन चुके हैं।

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